वक़्त है

तेरी बातों को याद करने का वक़्त है
तेरी साँसो को महसूस करने का वक़्त है
करीब आ गया है इतने वक़्त बाद तु
तेरी मोहब्बत में कुछ करने का वक़्त है।

चाहतों को तेरी समेटकर मैं सोता हूँ
ख़्वाबों को तेरे संजोकर मैं उठता हूँ
ख्वाहिशें है मेरी तुझमे डुब जाने की
खोकर इश्क में हद से गुजर जाने की
तस्वीर हो गया है तु मेरी जिंदगी की 
वजह बन गया है तु साँसे भरने की
खुद को खो-आया है अरसों बाद तु
तुझमें खोकर मिट जाने का वक़्त है ।
तेरी मोहब्बत में कुछ करने का वक़्त है ।

सजाता है ख्वाब मेरा दिल तन्हाई में
ना बिछड़ना मुझसे तु रुसवाई में
बंदिशें तो जमाने की हम पर लगना है
हाथ थामे तेरा फिर भी हमें चलना है
तेरी बाँहों का घेरा हमारे लिए महफूज हो गया
तेरे साथ गुजरा हुआ हर पल अजीज हो गया
तोड़कर बेड़ियाँ आ-गया है मुद्दतों बाद तु
तेरे अरमानों को पुरा करने का वक़्त है ।
तेरी मोहब्बत में कुछ करने का वक़्त है ।
                                        .....कमलेश.....

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